हर भाषा अपनी मिट्टी की खुशबू अपने साथ लेकर आती है और हिंदी भी इससे अछूती नहीं है। यह सिर्फ बोलने का माध्यम नहीं, बल्कि एक ऐसा भाव है जो हमें अपनी जड़ों, अपने परिवार और अपनी कहानियों से जोड़ता है। हिंदी दिवस के अवसर पर सन नियो के शो ‘दिव्य प्रेम: प्यार और रहस्य की कहानी’ में प्रेम का किरदार निभा रहे अभिनेता सूरज प्रताप सिंह ने हिंदी भाषा के महत्व पर अपने विचार साझा किए।
सूरज कहते हैं,“मेरे लिए हिंदी दिवस सिर्फ भाषा का उत्सव नहीं, बल्कि हमारी पहचान और सांस्कृतिक जड़ों का भी उत्सव है। हिंदी हमें हमारी परंपराओं, हमारी कहानियों और हमारे दर्शकों से सहज रूप से जोड़ती है। एक अभिनेता के तौर पर मैं हमेशा महसूस करता हूँ कि जब भावनाएँ हिंदी में व्यक्त होती हैं, तो वे सीधे दिल तक पहुँचती हैं। यही हिंदी की असली ताकत है। इसमें वह सरलता, गहराई और आत्मीयता है, जिसे कोई और भाषा पूरी तरह से नहीं पहुँचा सकती।”
वे आगे जोड़ते हैं,“सिनेमा हो या रोज़मर्रा की ज़िंदगी, मेरे लिए हिंदी का बहुत अहम स्थान है। मेरा मानना है कि हमें हिंदी बोलने, पढ़ने और लिखने पर गर्व करना चाहिए, क्योंकि यही हमें हमारी विरासत और संस्कारों से जोड़ती है। समय बदल रहा है, लेकिन हिंदी की खूबसूरती को बचाए रखना ज़रूरी है न केवल फिल्मों में, बल्कि हमारी रोज़मर्रा की बातचीत में भी। हिंदी केवल संचार का माध्यम नहीं है, यह हमारी शक्ति और पहचान है।”
‘दिव्य प्रेम: प्यार और रहस्य की कहानी’ उज्जैन की एक युवा लड़की दिव्या की जर्नी को बयां करता है, जिसकी जिंदगी प्रेम से मिलने के बाद रहस्यमयी मोड़ लेती है। यह शो प्यार, रहस्य और अतीत के राज़ों को पिरोते हुए परंपरा और तकनीक का अनोखा संगम प्रस्तुत करता है। इस धारावाहिक में मेधा रे, सूरज प्रताप सिंह और कविता बनर्जी मुख्य भूमिकाओं में नज़र आ रहे हैं। यह शो सन नियो पर हर रात 8:30 बजे प्रसारित होता है।







