देखते रहिये ‘साझा सिंदूर’ शो हर सोमवार से शनिवार, शाम 8:00 बजे, सिर्फ सन नियो पर।
संगीता घोष, कृतिका देसाई, स्तुति विंकले एकसाथ पहुंचे अंधेरीचा राजा के द्वार – सन नियो के शो ‘साझा सिंदूर’ के कलाकार
गणेश चतुर्थी का सबसे खास पल होता है जब भक्त बप्पा के द्वार पर उनका आशर्वाद लेने पहुंचते हैं। गणेश भक्त पूरे साल गणेशोत्सव का इंतज़ार करते हैं ताकि वे पूरे धूमधाम से गणेश जी की पूजा कर सकें। इस दौरान, पूरा माहौल बहुत सकारात्मक होता है। सन नियो के शो ‘साझा सिंदूर‘ में सरोज, धरा और फूली का किरदार निभाने वाली अभिनेत्रियाँ संगीता घोष, कृतिका देसाई और स्तुति विंकले ने ‘अंधेरीचा राजा’ के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया।
‘साझा सिंदूर
शो में सरोज का किरदार निभा रही अभिनेत्री संगीता घोष ने कहा, “हाल ही में मैं कृतिका देसाई और स्तुति विंकले के साथ अंधेरीचा राजा के आशीर्वाद लेने पहुंची थी। वहां मुझे ऐसा महसूस हुआ मानो बप्पा ने हमें वहां बुलाया था। हमारा सौभाग्य था कि हम बप्पा के इतने करीब थे और अच्छे से उनकेदर्शन कर पाए। गणेश जी सब जानते हैं कि हम जीवन में क्या चाहते हैं। मुझे उम्मीद है कि उनका आशीर्वाद मुझे हमेशा स्वस्थ, समृद्ध और खुश रखेगा।
मेरा मानना है कि बप्पा हर जगह हैं, इसलिए हमें उन्हें ढूंढने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन मंदिरों में एक बहुत अनोखी सकारात्मक ऊर्जा होती है। ‘साझा सिंदूर’ के सेट पर भी, हम शूटिंग शुरू करने से पहले गणपति बप्पा की प्रार्थना करते थे। मुझे चावल के आटे से बने मोदक बहुत पसंद हैं और इस उत्सव के दौरान मैंने बहुत सारे मोदक खाए। बोलो गणपति बप्पा मोरया!”
कृतिका देसाई
धरा का किरदार निभा रहीं अभिनेत्री कृतिका देसाई ने कहा, “मुझे लगता है कि अगर चीजें आपकी इच्छा से होती हैं, तो अच्छा है। लेकिन अगर वो गणपति बप्पा की मर्जी से होती हैं, तो वो और भी बेहतर होता है। मैं हमेशा गणपति बप्पा से यही प्रार्थना करती हूं कि वो मुझे वही दें जो मेरे लिए सबसे अच्छा हो। हम अंधेरीचा राजा के दर्शन करने का मौका पाकर बहुत खुश और आभारी हैं। इसके लिए हमारे ‘साझा सिंदूर’ शो और सन नियो चैनल का धन्यवाद। हमारी को-स्टार जयंती जी भी सेट पर मोदक लेकर आईं और मैं तो मोदक और मिठाई को कभी ना नहीं कह सकती। हमें अपने शो को मिल रहे प्यार के लिए दर्शकों का बहुत आभार है। हम वादा करते हैं कि हम ऐसे ही आपका मनोरंजन करते रहेंगे!”
कृतिका देसाई ‘साझा सिंदूर’ की कहानी फूली (स्तुति विंकले द्वारा अभिनीत किरदार) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक युवा महिला है। उसकी शादी के दिन ही उनके दूल्हे का निधन हो जाता है, जिससे उसे ‘अविवाहित विधवा’ के रूप में पहचान मिलती है। फूली के भाग्य की कठिनाइयों के साथ, दर्शक सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि किस तरह नियति उसकी यात्रा और उसके आस-पास के लोगों के जीवन को प्रभावित करेगी।